
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने घोषित किया: 2025 मलेरिया मुक्त विश्व की दिशा में बड़ी प्रगति
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने घोषित किया: 2025 मलेरिया मुक्त विश्व की दिशा में बड़ी प्रगति
मलेरिया, एक लंबे समय से मानव जाति के लिए चुनौती बना हुआ संक्रामक रोग, अब धीरे-धीरे अपनी जड़ों से उखड़ता दिखाई दे रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 2025 के लिए एक ऐतिहासिक घोषणा की है, जिसके अनुसार विश्व मलेरिया मुक्ति की ओर बढ़ रहा है। इस साल, डब्ल्यूएचओ ने जॉर्जिया को आधिकारिक रूप से मलेरिया मुक्त देश घोषित किया, जो एक सदी की मेहनत का फल है । इसके अलावा, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जनवरी 2025 तक 45 देशों और 1 क्षेत्र को मलेरिया मुक्त प्रमाणित किया है ।
जॉर्जिया की सफलता – एक प्रेरणादायक कहानी
जॉर्जिया की सफलता, मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में एक मील का पत्थर साबित हुई है। एक सदी के प्रयासों के बाद, यह देश 2025 में मलेरिया मुक्त घोषित किया गया। यह सफलता केवल स्वास्थ्य नीतियों के प्रभावी कार्यान्वयन का परिणाम है, जिसमें जागरूकता, जांच, उपचार और मच्छरों के प्रसार को रोकने के लिए व्यापक कदम शामिल थे । जॉर्जिया के अनुभव से अन्य देशों को भी प्रेरणा मिली है कि मलेरिया को जड़ से मिटाया जा सकता है।
2025: मलेरिया मुक्त विश्व की ओर एक बड़ा कदम
डब्ल्यूएचओ ने 2025 को "मलेरिया मुक्त विश्व" की दिशा में एक महत्वपूर्ण साल घोषित किया है। इस वर्ष कई देश मलेरिया मुक्त प्रमाणित किए गए, जिनमें चीन और मलेशिया भी शामिल हैं । डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 21 देशों में से सात ने पहले ही मलेरिया को समाप्त कर दिया है, जबकि शेष 2025 तक मलेरिया मुक्त होने के पथ पर हैं। इसके अलावा, डब्ल्यूएचओ ने "मलेरिया समाप्त होता है हमारे साथ: पुनर्निवेश, पुनर्कल्पना, पुनर्जीवित" थीम के साथ विश्व मलेरिया दिवस 2025 मनाया, जिसमें मलेरिया मुक्ति के लिए नए संकल्पों की घोषणा की गई ।
मलेरिया मुक्ति की चुनौतियाँ और भविष्य के लक्ष्य
हालांकि मलेरिया मुक्ति की दिशा में काफी प्रगति हुई है, लेकिन कई चुनौतियाँ अभी भी मौजूद हैं। 2025 में मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रमों में वित्तीय कटौती ने कई देशों में मलेरिया के खिलाफ प्रगति को खतरे में डाल दिया है। डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि विदेशी सहायता में कटौती से लाखों लोगों के जीवन खतरे में पड़ सकते हैं और दशकों की प्रगति नष्ट हो सकती है ।
इसके बावजूद, डब्ल्यूएचओ की वैश्विक तकनीकी रणनीति 2016–2030 के अनुसार, 2030 तक कम से कम 30 देशों में मलेरिया को समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है । इसके लिए नई तकनीकों, जैसे टीकों, जांच उपकरणों और मच्छरों के नियंत्रण के नए तरीकों को अपनाने की आवश्यकता है।
अंत में: एक संयुक्त प्रयास की आवश्यकता
मलेरिया मुक्ति केवल सरकारों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह सभी मानवता की साझा जिम्मेदारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने साझेदारों के साथ मिलकर "मलेरिया समाप्त होता है हमारे साथ" के संकल्प को आगे बढ़ाया है, जिसमें नए संसाधनों का निवेश, पुरानी रणनीतियों की समीक्षा और नए दृष्टिकोणों को अपनाने पर जोर दिया गया है ।
2025, मलेरिया मुक्त विश्व की ओर बढ़ने का एक ऐतिहासिक वर्ष साबित हो रहा है। जॉर्जिया की सफलता से लेकर विश्व स्तर पर मलेरिया मुक्ति की रणनीतियों तक, सभी कुछ यही संकेत दे रहा है कि मलेरिया को जड़ से मिटाया जा सकता है। यह संभव है, लेकिन केवल तभी, जब हम सभी मिलकर इसके लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
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